एक ऐप में इतनी पावर होती है कि वो आपके स्मार्टफोन में आपकी तमाम जानकारी मिनट भर में हैकर के पास पहुंचा सकता है. एक बार परमिशन दे दी तो वो आपके फोन का स्क्रीन की लगातार रिकॉर्डिंग से लेकर कॉल सुन सकता और बैंक अकाउंट तक का ऐक्सेस ले सकता है. कभी भी स्पॉन्सर्ड ऐप के चक्कर में ना पड़े और यहीं पब्लिशर चेक करने की आपको सबसे ज्यादा जरूरत होती है. डिजिटल अवेयरनेस की कमी की वजह से लोग अपने फोन में ऐप के नाम पर स्पैम इंस्टॉल कर लेते हैं और बाद में जब साइबर फ्रॉड होता है तब तक देर हो चुकी होती है. क्योंकि जैसे ही आपने कोई शेडी ऐप फोन पर इंस्टॉल किया वो आपका पर्सनल डेटा कलेक्ट करता रहता है. अगर Google Play स्टोर ऐप्लिकेशन अब भी दिखाई नहीं दे रहा, तो सहायता के लिए मोबाइल नेटवर्क सेवा देने वाली कंपनी या डिवाइस बनाने वाली कंपनी से संपर्क करें.
एविएटर ऐप: भारत के कैसीनो गेम के बारे में सब कुछ
यानी कंपनियां ऐपल और गूगल को ऐप स्टोर पर टॉप सर्च में दिखने के लिए मोटी रकम देते हैं. स्मार्टफोन में ऐप डाउनलोड करते समय आपको कुछ बातें ध्यान रखनी चाहिए. हैकिंग का मतलब ये है कि आपके साथ साइबर फ्रॉड हो गया और आपके अकाउंट से जिंदगी की कमाई हवा हो सकती है. आज की इस इंटरनेट की दुनिया में हम सभी लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करते है और इंटरनेट की सभी सुविधाओ का लाभ लेने के लिए Internet Data की आवश्यकता होती है लेकिन इंटरनेट नेटवर्क की Speed अधिक होने के कारण मोबाइल डाटा बहुत ही जल्द खत्म हो जाता है। जिसकी वजह से लोगो को इंटरनेट सेवाओं का लाभ लेने के लिए काफी दिक्कत होती है. ऐप ऑनलाइन काम करता है, इसलिए डाउनलोड या इंस्टॉल करने के लिए कुछ भी नहीं है। दिए गए टेक्स्ट बॉक्स में बस अपना खोज शब्द या URL दर्ज करें और हिट करें GO. कोई नई ऐप डाउनलोड करने के बाद अपने फोन की परफॉर्मेंस पर नजर रखें.
गुरु99 में, विश्वसनीयता के प्रति हमारा समर्पण अटूट है। सटीक, प्रासंगिक और वस्तुनिष्ठ जानकारी प्राप्त करना हमारा संपादकीय ध्यान है। कठोर सामग्री निर्माण और समीक्षा आपके प्रश्नों के उत्तर देने के लिए जानकारीपूर्ण और विश्वसनीय संसाधनों की गारंटी देती है। हमारे बारे में जानें संपादकीय नीति.
- अगर पॉपुलर ऐप नहीं है तो आप उस पब्लिशर का नाम गूगल कर सकते हैं.
- डिजिटल अवेयरनेस की कमी की वजह से लोग अपने फोन में ऐप के नाम पर स्पैम इंस्टॉल कर लेते हैं और बाद में जब साइबर फ्रॉड होता है तब तक देर हो चुकी होती है.
- ऐप्स को अपने फंक्शन के लिए कुछ परमिशन की जरूरत होती है, लेकिन अगर कोई ऐप अतिरिक्त परमिशन मांगती है तो सावधान हो जाने की जरूरत है.
- साइबर ठगी से बचने के लिए हमेशा भरोसेमंद सोर्स से ही ऐप्स डाउनलोड करें.
Apps in the same category
अगर ऐप डाउनलोड करने के बाद फोन की स्पीड स्लो हो जाती है, बार-बार विज्ञापन दिखने लगते हैं या बैटरी पहले की बजाय जल्दी डिस्चार्ज हो जाती है तो यह खतरे की घंटी हो सकती है. ये इस बात के संकेत हैं कि फोन में ऐप के साथ कोई मालवेयर आ गया है. ऐप डाउनलोड करने के बाद हमेशा यह ध्यान रखें कि उसे कितनी परमिशन की जरूरत है. ऐप्स को अपने फंक्शन के लिए कुछ परमिशन की जरूरत होती है, लेकिन अगर कोई ऐप अतिरिक्त परमिशन मांगती है तो सावधान हो जाने की जरूरत है. जी हां, आप बिना एप्लीकेशन के भी मोबाइल डाटा को सेव कर सकते है क्योंकि आज के समय में आने वाले सभी मोबाइलों में Data Save का ऑप्शन दिया होता है. आजकल जिस गति से साइबर क्राइम बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए ऐप्स डाउनलोड और यूज करते समय सावधान रहने की जरूरत है.
आजकल खाना ऑर्डर करने से लेकर टैक्सी बुक करने तक, लगभग हर काम के लिए मोबाइल ऐप्स आ गई हैं. सिर्फ गूगल और ऐपल के ऐप स्टोर की बात की जाए तो इन पर लाखों की संख्या में ऐप्स उपलब्ध हैं. कुछ टैप और इंस्टॉल कमांड दबाते ही ये ऐप्स मोबाइल में इंस्टॉल avia masters हो जाती है.